Lakshadweep Controversy



 भारत के मालदीव के तौर पर विख्यात लक्षद्वीप भारत का सबसे छोटा संघ राज्यक्षेत्र यानी केंद्र शासित प्रदेश है।जिसमें 36 द्वीप यानी आइलैंड हैं। लक्षद्वीप को अपने सुंदर, मनोहारी और सूरज को चूमते हुए समुद्री तटों और हरे भरे प्राकृतिक नजारों के लिए जाना जाता है। लेकिन आजकल यह विवादों में घिरता हुआ नजर आ रहा है |

लक्षद्वीप के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल द्वारा विकास के एजेंडे को लेकर लाए जा रहे सुधार कानूनों के खिलाफ लक्षद्वीप द्वीपसमूह में विरोध बढ़ रहा है। लोगों द्वारा इस कानून को दमनात्मक, पारंपरिक जीवन और सांस्कृतिक विविधता को नष्ट करने वाला माना जा रहा है।

लक्षद्वीप के लिए नए कानून

1. Lakshadweep Development Authority Regulation, 2021

यह प्रशासक को विकास के उद्देश्य से किसी भी संपत्ति को जब्त करने और उसके मालिकों को स्थानांतरित करने या हटाने की अनुमति देता है। इस क़ानून के ज़रिए प्रशासक को टाउन प्लानिंग या किसी दूसरे विकास कार्य के लिए स्थानीय लोगों को उनकी संपत्ति से हटाने या ट्रांसफर करने का अधिकार मिल जाएगा।

2. Prevention of  Anti-Social Activities Act (PASA)

असामाजिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए किसी व्यक्ति को सार्वजनिक रूप से गिरफ्तारी का खुलासा किए बिना सरकार द्वारा एक साल तक हिरासत में रखने की अनुमति देता है।इसे स्थानीय स्तर पर गुंडा ऐक्ट कहा जा रहा है।

3.पंचायत चुनाव अधिसूचना भी है जो किसी ऐसे व्यक्ति को पंचायत चुनाव लड़ने से रोकती है जिसके दो से अधिक बच्चे हैं। ऐसा क़ानून गुजरात सहित देश के कई राज्यों में पहले से ही लागू है। यह उन पर लागू होगा, जिनके क़ानून प्रभावी होने के बाद दो बच्चे होंगे। जिनके पहले से दो से अधिक बच्चे हैं, उन पर रोक नहीं होगी।

4.लक्षद्वीप पशु संरक्षण विनियमन भी है जो स्कूलों में मांसाहारी भोजन परोसने पर प्रतिबंध के साथ-साथ गोमांस की बिक्री, खरीद या खपत पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है।

5.प्रशासक की ओर से प्रस्तावित नए कानून के तहत लक्षद्वीप में शराब के सेवन पर रोक हटाई गई है।  

विवाद का कारण

प्रशासक द्वारा क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान नष्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं।स्थानीय लोगों में कोरोना मिसमैनेजमेंट के साथ ही द्वीपवासियों के खाने-पीने पर टिप्पणी को लेकर नाराजगी है| प्रशासक अपने मनमाने तरीकों से भारत के लोकतांत्रिक ताने-बाने को खराब कर रहे हैं |लोगों का मानना है कि उनके संवैधानिक अधिकार को छिना जा रहा है|

 

 लक्षद्वीप की भौगोलिक स्थिति

Ø केरल के तटीय शहर कोच्चि से करीब 220 से 440 किमी दूर, पन्ना अरब सागर में स्थित लक्षद्वीप एक जिला संघ राज्य क्षेत्र है और इसमें 12 एटोल, तीन रीफ, पांच जलमग्न बैंक और 10 बसे हुए द्वीप यानी आइलैंड हैं।

Ø यह सभी द्वीप 32 वर्ग किलोमीटर समुद्री क्षेत्र में फैले हुए हैं। लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती है और यह यहां का प्रमुख शहर भी है। यह भारत की सबसे शांतिपूर्ण जगह मानी जाती है।

Ø लक्षद्वीप समूह के सभी द्वीप प्राकृतिक परिदृश्य, रेतीले समुद्र तट,वनस्पतियों और जीवों की बहुतायत और एक आरामदायक जीवन शैली के साथ लक्षद्वीप की शोभा और आकर्षण को बढ़ाती है। 

Ø लक्षद्वीप में प्रवेश सीमित है। यहां जाने के लिए लक्षद्वीप प्रशासन से यात्रा के लिए परमिट यानी पूर्व अनुमति लेने की आवश्यकता होती है। 

Ø कोच्चि से संचालित जहाजों और उड़ानों द्वारा लक्षद्वीप तक पहुंचा जा सकता है। सभी पर्यटकों के लिए कोच्चि ही लक्षद्वीप का गेट-वे है।

लक्षद्वीप समूह एक समूह

Ø लक्षद्वीप समूह में 36 द्वीप हैं और यहां का कुल क्षेत्रफल 32.69 वर्ग किलोमीटर है। 

Ø लक्षद्वीप की आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 64,473 है। 

Ø लक्षद्वीप की साक्षरता दर 91.82% है। 

Ø प्रशासनिक आधार पर लक्षद्वीप को एक जिला माना जाता है। 

Ø लक्षद्वीप में पहले चार तहसील थी, लेकिन अब 10 राजस्व उपखंड यानी रेवेन्यू सब डिवीजन बनाए गए हैं।

Ø लक्षद्वीप में निवास योग्य 10 द्वीप ग्राम पंचायत हैं।

Ø लक्षद्वीप और  केरल दोनों पड़ोसी हैं। यह केरल हाई कोर्ट के ही अधिकार क्षेत्र में आता है। यहां के तमाम धार्मिक रिवाज़ और परंपराएं भी केरल से प्रभावित हैं। मलयालम यहाँ  आम भाषा के रूप में बोली जाती है।

 

 

 

 


Comments

  1. Okay sir thank you for information

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  2. Waah lag raha apna time aayega.....................

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